Thursday 24 February, 2005

स्वीडन की सैर

सॉरी, बहुत दिनों बाद लिख रहा हूँ. टाइम नहीं मिलता था. अब अपार्टमेंट में शिफ़्ट हो गए हैं. वहाँ खुद से पकाना होता है और बाकी काम करने होते हैं. इसलिए टाइम नहीं मिलता. खाने का आराम तो है पर उसके लिए मेहनत करनी पङती है. बर्तन धोने पङते हैं और फिर बनाना भी पङता है. बनाने में कोई समस्या नहीं है, microwave में डाल देता हूँ (वैसे 2 बार rice जला चुका हूँ). सब्ज़ी का समान ready-to-eat वाला पैक करके लया था. 1 महीने तक तो चल जाता. अब जब 2 महीना रुकना है तो बनानी भी पङेगी. यहां सुपर मार्केट में आलू, प्याज़ etc सब मिलता है. बस साफ करने में खराब लगता है. dish-washer नहीं है. पर सबसे बङी बात, टॉयलेट धोने का इंतज़ाम है!
वैसे यहां के बाजारों के क्या कहने... इतना अच्छा समान मिलता है कि पूछो मत. अंडा खरीदा तो वोह भी अछ्छे से पैक करके. और हर समान, बर्तन, gift items वगैरह बहुत सुंदर थे. पर क्या क्या खरीदूँ, कोई ज़रूरत नहीं है और फिर लाने में दिक्कत होगी. कोई काम की चीज़ चाहिये तो बताना, ले लूँगा.
घर बहुत अच्छा है. एक दिन का किराया €88 है. मतलब रु. 5280/- हर दिन. Well-furnished है. press, washing मशीन, microwave, fridge, stove, TV..... कोई समस्या नहीं है. मज़ा आता है. टोटी, वाशिंग मशीन और टॉयलेट फ्लश के सिवा हर चीज़ के चला का अलग तरीका है. स्विच हमारे से उल्टी तरफ आन होता है, स्टीरिंग wheel दूसरी तरफ है....etc. स्टोव hot-plate जैसा है. पैन में अगर कुछ बना रहे हो तो पानी उबल रहा होगा पर sides गरम नहीं होते. हमारे आंच वाले स्टोव में ही ऐसा होता है.
थोङा सा ऑफिस culture भी अलग है. 4 बजे सब घर चले जाते हैं. बहुत कम stay-back करते हैं. हमसे धीरे काम करते हैं पर सही करते हैं. जब कोई घर पे होता है तो उसे कोई ऑफिस से कॉल नही करता. एक दिन Krisztina और मैं एक समस्या को देख रहे थे. एक जगह अटक गए और Tero से पूछना था. पर Tero घर चला गया था. कुछ भी हो गया पर Krisztina ने Tero को फ़ोन नहीं किया. मैने वोह चीज़ फिर अपने ऑफिस (भारत) फ़ोन करके पूछी. गरमी और सर्दी में छुट्टियाँ होती हैं. पर हमारी तरह ढेर सारे त्यौहार नहीं होते और हर त्यौहार कि छुट्टी नहीं मिलती. हमारे यहां तो रोज़ कोई त्यौहार होता है.
वैसे यहां कि सब चीज़ अछ्छी है ऐसा भी नहीं है. बस आधुनिक हैं. इसलिए जैसा अंतर गोरखपुर और गुणगाँव में है, वैसा गुणगाँव और हेलसिंकी मैं है. बहुत ज़्यादा अंतर भी नहीं है. एक बात बहुत खराब लगती है. यहां लोग सिगरेट-शराब बहुत पीते हैं. हमारे यहां जो लोग पीते हैं, उनके लिए तो यह जन्नत है. बहुत ढेर सारे पब और बार हैं. वोह फिर भी ठीक है, सिगरेट कि तो अति है. लगभग हर कोई पीता है, लङकीयाँ और बूढी औरतें भी. देख के खराब लगता है.
यहां पर बङी कार का फैशन नहीं है. बहुत से बहुत medium sized. ज़्यादातर छोटी कारें होती हैं. टोयोटा, chevorlet, honda, mercedes, opel, hyudai .... सबकि small कारें हैं, zen के size कि. बहुत प्यारी लगती हैं. maruti कि कारें suzuki नाम से बिकती हैं, शायद suzuki कि कोई फैक्ट्री भी है. कारें बहुत तेज़ चलती हैं. highway पे कम-से-कम 100 की रफ़्तार होती है. और तेज़ इसलिए नहीं चलते क्योंकि कार बर्फ में फिसल जाती है. normally भी कारें skid करती है जैसे movies में.
कुछ Stockholm की trip का भी बता दें... मेरे ऑफिस के लोग जा रहे थे, मैं भी तैयार हो गया. यहां से सस्ता पङता है. पैरिस वगैरह भी €200 में जाया जा सकता है. खैर, stockholm sweden में है. सबसे-अच्छा तरीका है cruise ship से जाना, अच्छा लगता है. तो एक cruise ship में रीज़र्वेशन करा के चल दिये. बहुत बढ़िया trip थी. ship थोङा हिलती है. लग रहा था कि झूले में हैं. हिल हिल के अजीब सा लग रहा था. पर सफर मस्त था. शिप पे ही दुकानें, बार, डिस्को, सौना .. सब कुछ था. शिप भी बहुत सुन्दर थी. हर समय कुछ कार्यक्रम चल रहा होता था. एक आदमी गिटार बहुत बढ़िया बजा रहा था. Trip में बहुत मज़ा आया.
Stockholm शहर तो अच्छा है. स्वीडन फिनलैंड से बङा देश है और पुराना भी. फिनलैंड पहले स्वीडन का हिस्सा था. फिर रूस ने कब्ज़ा कर लीया तो रूस का हिस्सा हो गया. रूस से आज़ादी मिली तब अलग देश बना. स्वीडन की संस्कृति बहुत पुरानी है. जनसंख्या भी ज़्यादा है. स्वीडन एक राजतंत्र है. आज भी इस देश पे एक राजा राज करते हैं. ज़्यादातर लोग स्वीडन को नोबेल प्राईज़ से जानते हैं. नोबेल प्राईज़ स्वीडन में दी जति है. मैंने उस जगह फोटो भी खिंचवायी. तो वहाँ पे पहुच तो गए पर टाइम कम था. लगभग 6 घन्टे सिर्फ. पहले 2 घंटे तो हमने एक guided tour कर लीया. शहर के सारे ख़ास जगह देख लिए. फ़िर हम वहाँ के महल गे जहाँ प्रहरी बदलने की ceremony होती है. मैंने इसकी विडिओ बनाई है, आपको भेजूँगा. अछ्छी थी. फिर खाना खाए, थोङा मार्केट घूमें और फिर वापस आ गए. अछ्छे से घूमने के लिए तो 3-4 दिन चाहिये, उतना टाइम नही था.
Stockholm हेलसिंकी के तुलना में दक्षिण में पङता है. इसलिए थोङा गरम है. हम जिस दिन पहुँचे तो तापमान 0C था. जनसंख्या ज़्यादा होने कि वजह से गंदा भी है. अब गंदा का मतलब हमारे जैसा गंदा नहीं. उसका मतलब कि थोङी धूल और कीचङ थी नालीयोँ में. हेलसिंकी के तुलना में गंदा. हम लोग यह बात कर रहे थे तो हम में से एक ने कहा कि अगर यह गंदा है तो भारत को क्या काहोगे? सब हंस पङे. थोङी भीङ भी थी. इतने दिन बाद यह सब अजीब लग रहा था. अब लौटने पे वहाँ के हिसाब से एडजस्ट होने में भी टाइम लगेगा. इतने कम time में तो stockholm हेलसिंकी के तुलना में अच्छा नहीं लगा. बहुत सी जगह थी घूमने को. और शायद भीङ और गंदगी कि वजह से अच्छा नहीं लगा.
सोमवार और मंगलवार को मुझे एक दूसरे ऑफिस जाना था. Espoo में. Espoo हेलसिंकी का suburb है पर एक अलग जिला है. जैसे गुणगाँव दिल्ली का. सो, उसी तरह का अन्तर भी है. Espoo बहुत सुंदर और व्यवस्थित है. . चौड़ी सड़कें और फ्लाईओवर हैं. बड़े बड़े हाऊसिंग और ऑफिस complex हैं. नोकिया ऑफिस भी बहुत बड़ा था! 5 इमारतें एक साथ. ऊपर से और कई बड़ी कम्पनियाँ पास में थी. मैं वहाँ फ़िर किसी दिन जाऊंगा जगह देखने. इस बार मेरे पास एक भारी सा laptop था तो केमरा नही ले जा सका. लेकिन जगह बहुत अछ्छी लगी.
फोटो जो अब तक लिए हैं वोह sort कर लिए हैं. कुछ comments add करना चाहता हूँ, नहीं तो समझ नहीं आएगा कि यह क्या है. वोह comments add करके फोटो भेजुंगा.

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