Thursday 10 February, 2005

खाना पीना

मैं तो यहां के खाने से बहुत परेशान हूँ. बस आँख और नाक बंद करके खाना पङता है. मछली bake करके बनाaते हैं तो महक पूरी नहीं जाती. मछली fry भी नहीं करते. अजीब लगता है. आज तो मछली की क्या बङी बङी pieces थी! ऊपर से कोई मछली थी जिसका अजीब स्वाद था. मूड खराब हो गया. सब ऐसे ही होoता है. आज तो apple और सलाद पत्ती खाया. कुछ और सोचना पङेगा. बाहर भी सब ऐसा ही समान मिलता है. बर्गर टाईप खाओ नहीं तो यह सब खाओ. खैर.... देखेंगे.
आज ऑफिस के खिङकी से देख रहा था तो पास में एक स्कूल दिखाई दिया. स्कूल में ढेर सारे छोटे छोटे बच्चे खेल रहे थे. शायद लंच time था. मैं निकल गया उनको पास से देखने. बहुत प्यारे प्यारे थे. जूते मैं तो बर्फ में walk करते हुए वहाँ पहुचा. जूते में बर्फ भर गई. बहुत मज़ाa आ रहा था. थोङा और आगे घूम रहा था. टहल के वापस आ गया.
कल सागर-side घूमने गया था. अब दिन में तो time मिलता नहीं है. शाम को ही जाa पाaते हैं. I पहुँचे there at 6 pm. It वाs already very अंधेरा. तापमान -5C रहा होगा पर बर्फीली हवा कि वजह से कहीं ज़्यादा थanद लग रहा था. फोटो लेने के लिए हाथ निकालo तो लगता था जम जायेंगे. मैने कुछ फोटो तो लिए हैं पर बत्ती कि वजह से शायद अछ्छे ना आएं. कुछ ज़रूरी से लगने वाली इमारतें थी पर भाषा कि वजह से समझ नहीं आया कि क्या है. वहाँ मैने cruise ship देखी. बहुत सुन्दर थी. 'काहो ना प्यार है ' जैसी. समुन्दर तो पूरा जमा-हुआ था. वैसे ही जैसी ice cube होता aही. दोपाहर में सूरज निकला था तो melt हो गया होगा इसलिए उसपे बर्फ नहीं थी. बस ice cube कि तरह solid ice थी. लोगों ने पत्थर भी फेके हुए थे. समुन्दर पे पत्थर तैरता करते हुए लग रहे थे. आज सोचा है कि होटल के पास कि 1-2 जगह घूमूंगा. कुछ malls हैं और एक संग्रहालय है. weekend पे सोचा है कि conducted tour operator से बात करके organized tour घूमेंगे. शहर कि कई जगह घूमने को मिलेगी और guide समझा भी देगा की क्या है.
यहां मैने देखा कि होप्र्योग बनाने अलग तरीके से होता है. हमारे तरह bricks नहीं प्र्योग करते. पूरे पूरे दीवार के sections हैं जो एक piece में बना के लाए जाते हैं और crane से उठा के fit कर दिये जाते हैं. फिर ऊपर से paint या कुछ और surface बना देते हैं कि कायदे का लगे. flats बहुत सुन्दर हैं. style से साफ साफ बने हुए. होप्र्योगs sloping roof के होते हैं. वैसा जैसे TV में दिखता है. सब बहुत सुन्दर हैं. मैने जैसा फ्रांस के बारe में सुना है वैसा साफ तो नहीं होता पर फिर भी हमारे यहां से बहुत साफ है. गंदागी इसलिए नहीं होती क्योंकि वोह बर्फ के साथ freeze हो जाती है. और जो भी गंदी चीज़ होती है उसपे बर्फ कि परत जम जाती है.
चलो फिर, आज 4:30 पे ही ऑफिस से निकल रहा हूँ, जल्दी छुट्टी मिल गई. बहुत थका हूँ, काम ज़्यादा था. लेकिन घूमने तो जाना ही है....

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