Sunday 16 August, 2009

Switzerland-1: Reaching Interlaken

मैं स्विट्जरलैंड बहुत दिनों से जाना चाहता था पर आज तक चांस नही मिला था। इस बार मुझे मौका मिला तो मैंने तय कर लिया की ज़रूर जाऊंगा। सब कुछ प्लान किया, बुक किया, और रचना को भी बुला लिया इंडिया से। सब कुछ इन्टरनेट से पढ़ पढ़ के पता किया और प्लान किया। मुझे ज़्यादा टाइम नही मिलता, क्योंकि मुझे ऑफिस का काम भी देखना था। एक दिन की छुट्टी लिया तो वीकेंड के साथ मिला कर दिन मिले। इतना काफ़ी नही था, पर जो टाइम मिल रहा था उसको बहुत अच्छे से घूमने का सोचा।


१७ जुलाई २००९, शुक्रवार की सुबह तड़के तड़के हम लोग नुरेम्बर्ग एअरपोर्ट पहुच गए, ज़ुरिक जाने के लिए। बजे की फ़्लाइट थी, हम लोग :५० पे पहुच गए नुरेम्बर्ग के प्यारे से एअरपोर्ट पे। वैसे एअरपोर्ट छोटा है प् उसको बेस्ट एअरपोर्ट के कई इनाम मिले हैं। हमारी बुकिंग स्विस एयर की फ़्लाइट से थी, सुंदर सा प्लेन था। हम लोग इतने खुश थे की ४० मिनट का रास्ता पता भी नही चला। प्लेन में हल्का नाश्ता और चॉकलेट मिली थी। स्विट्जरलैंड पक्की टूरिस्ट के लिए बनी हुई जगह है और उसकी सुन्दरता एअरपोर्ट से ही शुरू हो जाती है।

हमने एअरपोर्ट से पैसे बदलवाए क्योंकि स्विट्जरलैंड में यूरो कर्रेंक्य नही चलती. और हमने स्विस पास लिया जिससे की हम सब जगह आसानी से -जा सकें। एक टिकेट से हर सरकारी बस, ट्रेन, या बोट पे कितना भी घूम सकते हैं। पर यह बहुत महंगा भी होता है। खैर हमने पास लिया और एअरपोर्ट से ट्रेन लेकर इन्टर्लाकेन के लिए निकल पड़े, क्योंकि हमारा होटल इन्टर्लाकेन में था।

Interlaken


इन्टर्लाकेन अलग शहर है, तो आप सोचेंगे की मैं आया जुरिक और मैंने होटल किसी और शहर में क्यों लिया। स्विज़र्लंद एक छोटा सा देश है। E-W ३५० km, N-S २२० km, ४१,५०० square km, लगभग हरयाणा के बराबर। और पब्लिक ट्रांसपोर्ट बहुत ही अच्छा है। कहीं से कहीं भी जाने के लिए हर घंटे ट्रेन या बस मिलती है। तो कहीं आना जाना कोई दिक्कत नही। और सब कुछ सुपर फास्ट! अगर आप ट्रेन से एक दिशा में तीन घंटे चलते रहे तो आप दूसरे देश पहुच जायेंगे। कहीं भी रुकने में कोई प्रॉब्लम नही है, हर सुविधा होती है। डिनर का टाइम बजे होता है और सूरज १० बजे ढलता है. तो आप डिनर के बाद भी कहीं घूमना चाहेंगे. तो रुकना वहां चाहिए जहाँ आस पास देखने की जगह हो।
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इन्टर्लाकेन एक मशहूर घूमने की जगह है। यहाँ पर दो झील पास-पास हैं: लेक थुन और लेक ब्रिएंस। शहर दोनों झीलों के बीच की जगह में बसा हुआ है. दो झीलों के बीच बसे होने की वजह से इस शहर का नाम इन्टर्लाकेन है। जुरिक से हम दो घंटे में इन्टर्लाकेन पहुच गए। ट्रेन में एक आंटीजी मिली थी जो बहुत अच्छी थी। उन्होंने हमें घूमने की कई जगह बताई और अच्छा टाइम भी बताया। वोह लौसान्न में रहती थी और थुन में अपनी मम्मी से मिलने जा रही थी। उनसे बात करते करते रास्ता अच्छे से गुज़र गया। इन्टर्लाकेन उतर के हमको लोकल ट्रेन या बस पकड़ कर रिग्गेनबेर्ग जाना था। रिग्गेनबेर्ग इन्टर्लाकेन के बहार एक छोटा सा गाँव है, लेक ब्रिएंस के किनारे। यहाँ के गाँव सिर्फ़ नामे के गाँव होते हैं। फर्स्ट क्लास जगह होती है। हमारे होटल के ठीक सामने लेक ब्रिएंस थी। होटल के कमरे से ही नज़ारा इतना अच्छा होता था की देखते बनता था। शाम की काफ़ी लेक ब्रिएंस को देखते हुए पीने का मज़ा ही अलग था। यह हमारे होटल के सामने की फोटो है।
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इन्टर्लाकेन (और पूरा स्विट्जरलैंड) सुंदर क्यों है? सबसे पहले तो यह लोग अपने देश को बहुत साफ़ रखते हैं। कहीं कोई गन्दगी, कूड़ा नही होता। इतना साफ़ होता है जैसे कोई रहता ही नही। पानी देखिये, इतना साफ़ जैसे झील-नदियों में मिनरल वाटर बहा रहे हैं। इसके बाद कहीं खाली ज़मीन नही, खुली ज़मीन के ना होने से कीचड़ नही होता। फ़िर इस हरियाली के बीच में फूल लगा रखते हैं और घरों की हर खिड़की पे फूल होते हैं। आप सुंदर से सुंदर जिस जगह की कल्पना कर सकते हैं, उससे भी सुंदर है। इन लोगों ने अपने देश को इतना सुंदर बना के रखा है! स्टेशन से हम लोग बस पकड़ कर रिग्गेनबेर्ग के लिए चल दिए।
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Posted via email from मेरे संस्मरण

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